CAA Protests Latest News:- CAA का हो रहा कई राज्यों में विरोध। दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने क्या कहा CAA के बारे में?
भारत सरकार ने CAA को पूरे देश में लागू कर दिया है । इसी बात को लेकर कई राज्यों में इसका विरोध हो रहा है । दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल(Arvind kejriwal )ने CAA का विरोध किया है और कहा है कि हम अपने ही लोगों को रोजगार नहीं दे पा रहे हैं तो सीएए के द्वारा जो लोग अन्य अन्य देशों से हमारे देश में आएंगे उनको हम रोजगार कैसे देंगे। अरविंद केजरीवाल का कहना है कि CAA के द्वारा जो लोग भारत में आएंगे उससे भारत के अंदर बेरोजगारी बढ़ेगी तथा नौकरियों की संभावनाएं भारतीय लोगों के लिए कम होगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि भारत सरकार को इस कानून को वापस ले लेना चाहिए। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि हम अपने ही देश के लोगों को रोजगार उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं तो CAA लागू होने के बाद जो लोग बाहर से आएंगे उनको रोजगार कैसे देंगे, इस देश में बेरोजगारी बढ़ेगी।
CAA protests 2024 . Citizenship (Amendment) Bill protests
आखिर अन्य राज्य क्या बोल रहे हैं CAA के बारे में-
भारत सरकार द्वारा CAA को लागू करने के बाद कई राज्यों में इसका विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल ,केरल, तमिलनाडु की सरकारो ने बोल दिया है कि वह CAA को अपने देश में लागू नहीं करेंगे । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी CAA का विरोध किया है उन्होंने कहा है कि CAA को रमजान महीने से ठीक पहले लागू करना मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को आहत करना है।
मोदी सरकार CAA को पूरे देश में लागू कर चुकी है । नरेन्द्र मोदी कहना हैं कि CAA अब किसी भी हालत में वापस नहीं होगा ।भाजपा के नेता इस लोकसभा चुनाव में CAA का जमकर प्रचार कर रहे हैं । उनका कहना है कि पाकिस्तान ,बांग्लादेश, अफगानिस्तान में रह रहे हिंदू ,सिख ,इसाई को इसे बहुत फायदा मिलेगा । भाजपा के नेताओं का कहना है कि CAA के लागू होने से उनको लोकसभा चुनाव में बहुत फायदा मिलेगा। जबकि कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों को इसका नुकसान हो सकता है।
ममता बनर्जी भी कर रही CAA का जमकर विरोध ?
ममता बनर्जी ने CAA का जमकर विरोध किया है । इसका जो मुख्य कारण बताया जा रहा है वह यह है कि बांग्लादेश से बहुत सारे मुस्लिम समाज के लोग , पश्चिम बंगाल में आकर बस गए हैं। पश्चिम बंगाल में मुस्लिम समाज के वोट ममता बनर्जी के पास ज्यादा जाते है। उनका वोट बैंक को बचाने के लिए ममता बनर्जी CAA का पूरी तरह से विरोध कर रही है । पश्चिम बंगाल में जो बांग्लादेश से अवैध प्रवासी यहां रहने आए हैं उनको यहां रहने खाने से लेकर हर तरीके सुविधा पश्चिम बंगाल में मिलती है। अगर CAA लागू होता है तो अवैध प्रवासियों को देश छोड़कर जाना पड़ेगा जिसका एक भारी नुकसान ममता बनर्जी की पार्टी को हो सकता है।
केरल में क्यों हो रहा CAA विरोध:-
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए के लिए भी भाजपा ने अपना प्लान तैयार कर लिया है । केरल के अंदर 20 लोकसभा सीटों पर सिर्फ कांग्रेसी और वामपंथी दलों का कब्जा रहा है। केरल में भी मुस्लिम वोटरों की संख्या अधिक है जिसका फायदा कांग्रेस और वामपंथी दलों को मिलता रहा है । यहां पर भाजपा अपना खाता भी नहीं खोल पाई है। CAA लागू होने के बाद भाजपा ने केरल के हिंदू वोटर को अपने तरफ आकर्षित किया है। इसका फायदा उनको लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकता हैं।
CAA का कई राज्य जमकर विरोध कर रहे हैं लेकिन संविधान के विशेषज्ञों का कहना है कि राज्यों के पास इस कानून करोकने का कोई अधिकार नहीं हैं।